साड़ी बांटने की जांच करने पहुंचे अफसर को प्रत्याशी औ समर्थकों ने पीटा
रहंगी में कांस्टेबल की फाड़ी वर्दी
कसडोल । मतदान को प्रभावित करने के उद्देश्य से महिलाओं को साड़ी एवं टी-शर्ट बांटने की शिकायत की जांच करने गए निर्वाचन अधिकारी तहसीलदार एसएल सिन्हा से आरोपी प्रत्याशी अनिल मिश्रा एवं उनके समर्थकों ने मारपीट कर दी। सूचना मिलने के काफी समय बाद पुलिस घटनास्थल पहुंची और मौके से भारी मात्रा में साड़ी एवं टी-शर्ट बरामद की। मतदाताओं को रिझाने प्रत्याशी पैसे भी बांट रहा था। चूंकि तहसीलदार अभी निर्वाचन क्षेत्र के दौरे पर हैं इसलिए वापस लौटने के बाद घटना की विधिवत एफआईआर कराई जाएगी। निर्वाचन अधिकारी सिन्हा के साथ घटित घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई लेकिन काफी देर तक पुलिस बल के नहीं पहुंचने के कारण नवीन मिश्रा एवं उनके समर्थक वहां से भाग निकले।
बिलासपुर के रहंगी में सरपंच प्रत्याशी ने बेटे के साथ मिलकर कांस्टेबल की वर्दी फाड़ी
चकरभाठा क्षेत्र के ग्राम इंद्रपुरी रहंगी में सरपंच प्रत्याशी ने अपने बेटे के साथ मिलकर सिपाही का कालर पकड़ा और वर्दी भी फाड़ दी। बृजनंदन साहू पिता नोहर प्रसाद साहू चकरभाठा थाने में कांस्टेबल है। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बिल्हा तहसील के मतदान केंद्र क्रमांक 246 इंद्रपुरी रहंगी में उसकी ड्यूटी लगी थी। कांस्टेबल जहां पर था उस मतदान केंद्र के सामने आकर सरपंच प्रत्याशी खेमलाल कुर्रे व उसका भतीजा विकास कुर्रे आकर हल्ला मचा रहे थे। मना करने पर दोनों नाराज हो गए और कांस्टेबल का कालर पकड़ लिए। गाली गलौज करते हुए उन्होंने वर्दी भी फाड़ दी।
वन रक्षक पप्पू डडसेना ने बीच बचाव किया। कांस्टेबल की रिपोर्ट पर पुलिस ने आरोपी पिता पुत्र के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है। दोनों के खिलाफ शासकीय काम में बाधा पहुंचाने सहित अन्य धाराओं के तहत कार्रवाई की।
दुर्ग: 73 मतदान केंद्रों में इस बार तीन प्रतिशत कम हुआ मतदान
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में दुर्ग क्षेत्र के अंतर्गत 73 मतदान केंद्रों में वोट डाले गए। मतदान इस बार पिछले चुनाव की अपेक्षा करीब अनंतिम रूप से तीन प्रतिशत कम हुआ है। वहीं जिला पंचायत के चार पदों के लिए देर रात हो रही वोटों की गिनती के मिले रुझान में कांग्रेस समर्थित नगपुरा क्षेत्र क्रमांक 6 से शालिनी यादव आगे चल रही हैं। इसी तरह निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष व भाजपा समर्थित प्रत्याशी माया बेलचंदन क्षेत्र क्रमांक 7 से आगे चल रही हैं। इसी तरह क्षेत्र क्रमांक 8 से जोगी कांग्रेस समर्थित धमेंद्र बंजारे आगे चल रहे हैं। क्षेत्र के ये रुझान देर रात तक समाचार लिखे जाने तक के हैं।
जिला पंचायत क्षेत्र में 237 बूथों में मतदान हुआ है। प्रत्येक पंचायत क्षेत्र में 20 से 25 बूथों की अलग-अलग गिनती हो रही है इसलिए उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। गांव की सरकार बनाने के लिए दुर्ग क्षेत्र में 73 सरपंच व 1315 पंच पद, 24 जनपद सदस्य और 4 जिला पंचायत सदस्य के लिए मतदान हुआ। मतदान केंद्रों में सुबह 7 बजे से ही भीड़ लगनी शुरू हो गई थी। यह भीड़ लगातार बढ़ती गई। दोपहर होते-होते कुल 73 मतदान केंद्र में से 42 में ही मतदान 5 बजे तक हो पाया था। बाकी केंद्रों में शाम 6 और 7 बज गए।
जशपुर: सबसे कम सिर्फ 51.50 फीसदी वोटिंग, मतदाताओं में उत्साह कम दिखा
विधानसभा और लोकसभा चुनाव के मुकाबले गांव की सरकार चुनने ग्रामीण मतदाताओं में उत्साह कम दिखा। मंगलवार को पहले चरण में तीन विकासखंडों में सिर्फ 74.95 प्रतिशत वोटिंग हुई। जशपुर विकासखंड में वोटिंग का प्रतिशत निराशाजनक है। सुबह 7 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक जशपुर विकासखंड में सिर्फ 51.50 प्रतिशत वोट डल सके थे। ग्रामीण इलाकों के मतदान केन्द्र में कई स्थानों पर सुबह भीड़ देखी गई तो कई इलाकों में दोपहर के वक्त भीड़ थी। मनोरा विकासखंड के ग्राम पंचायत खोंगा के मतदान केन्द्र में दोपहर 3 बजे से पहले भी मतदाताओं की भीड़ समाप्त हो चुकी थी।
प्रथम चरण अंतर्गत सभी 409 मतदान केन्द्रों में मतदान की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद वोटों की गिनती देर शाम तक चली। मतदान के दौरान कहीं भी किसी भी तरह की अप्रिय घटना अथवा मतदान में व्यवधान की सूचना नहीं मिली है। सभी मतदान केन्द्रों में मतदान करने को लेकर मतदाताओं की कतारे दिखाई दी। लोग पंचायत पदाधिकारियों के चुनाव में मतदान करने के लिए कतारों में खड़े होकर अपने बारी का इंतजार करते रहे। आम मतदाताओं के साथ वयोवृद्ध मतदाता भी अपना वोट डालने अपने परिजनों के साथ मतदान केन्द्र पहुंचे। जशपुर जिले की ग्रामपंचायत इचकेला में 95 वर्षीय श्रीमती डीमन बाई अपने परिजनों के साथ मतदान करने पहुंची।
अंबिकापुर: तीनों जनपदों में दो हजार पदों के लिए 5 हजार प्रत्याशी मैदान में
पंचायत चुनाव में गांव की सरकार चुनने के लिए वोटरों में जबरदस्त उत्साह दिखा। तीन ब्लाॅकों अंबिकापुर, लखनपुर और उदयपुर में सुबह से पोलिंग बूथों पर मतदाताओं की लाइन लगी रही। तीनों जनपदों में करीब दो हजार पदों के लिए पांच हजार से अधिक प्रत्याशी मैदान में हैं। वोटिंग के साथ ही वहीं पर ही काउंटिंग चल रही है। छिटपुट विवाद को छोड़ दिया जाय तो मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। जिले में दोपहर तीन बजे तक अंबिकापुर जनपद में सबसे अधिक 72 प्रतिशत जबकि उदयपुर ब्लाॅक में सबसे कम करीब 50 प्रतिशत वोटिंग हुई। अंबिकापुर जनपद में 268, लखनपुर में 121 तथा उदयपुर में 125 बूथों पर वोटिंग हुई।
तीनों जनपदों में पंच, सरपंच के अलावा बीडीसी और डीडीसी के लिए 1 हजार 930 प्रत्याशी मैदान में हैं। बैलेट पेपर से चुनाव हुआ।
सूरजपुर के दो विकासखंडों में 63.94 फीसदी मतदान
पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान जिले के दाे विकासखंड में हुअा। सूरजपुर विकासखंड के 250 मतदान केंद्र और विकासखंड भैयाथान के 133 मतदान केन्द्रों पर गांव की सरकार चुनने के लिए वोटिंग हुई। मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही। इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर दीपक सोनी और पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा ने मतदान केन्द्रों का जायजा लिया। पहले चरण में जिले में 63.94 फीसदी मतदान हुआ। सूरजपुर विकासखंड में कुल 138871 मतदाता हैं, इनमें पुरुष 70084 और महिला 68786 और एक अन्य मतदाता है।
वहीं भैयाथान विकासखंड में कुल 84328 मतदाता हैं, इनमें पुरुष 42275 और महिला 42053 मतदाता हैं। सूरजपुर विकासखंड में जिला पंचायत सदस्य के लिए कुल चार पदों पर 31 प्रत्याशी मैदान में हैं और जनपद पंचायत सदस्य के 25 पदों पर 126 प्रत्याशी मैदान में हैं। सरपंच के 100 पदों के लिए 388 और पंच के 807 पदों के लिए 1931 प्रत्याशियों अपना भाग्य आजमा रहे हैं। वहीं भैयाथान विकासखंड में जिला पंचायत सदस्य के 02 पद के लिए 12 प्रत्याशी, जनपद पंचायत सदस्य के 22 पद के लिए 134 प्रत्याशी, सरपंच के 71 पद के लिए 309 प्रत्याशी, पंच पद के 584 पदों के लिए 1624 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। कंट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार दोपहर एक बजे तक 50 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया है। सुबह सात बजे से दोपहर बाद तीन बजे तक चली चुनाव की प्रक्रिया में सूरजपुर विकासखंड में कुल 62.89 प्रतिशत मतदान हुआ। इसमें 60.73 प्रतिशत पुरुष और 65.05 प्रतिशत महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं भैयाथान विकासखंड में कुल 65.66 प्रतिशत मतदान हुआ। इसमें 64.04 प्रतिशत पुरुष और 67.28 प्रतिशत महिलाओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
जगदलपुर: 60% से अधिक मतदान, कोई बड़ी हिंसा नहीं
त्रिस्तरीय पंचायती राज चुनावों के लिए मंगलवार को पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण हो गया। पहले चरण में बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर, बीजापुर जिले के 7 ब्लॉकों में मतदान हो गया और मतदान के तुरंत बाद मतगणना शुरू कर दी गई। समाचार लिखे जाने तक किसी भी जिले में छिटपुट घटनाओं को छोड़ कोई बड़ी हिंसा की कोई खबर नहीं है। इधर मतदान के बाद मतगणना के जो पहले रुझान सामने आ रहे है उनमें कांग्रेस की जीत की लहर शहर से गांव की ओर जाती दिख रही है। ज्यादातर सरपंच और जिला पंचायत सदस्य के पदों पर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी जीतते नजर आ रहे है हांलाकि अधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है लेकिन जो पहले रुझान आए हैं उसके अनुसार बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बस्तर में कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी सरपंच, जनपद सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के पद पर आगे चल रहे हैं।
बस्तर में युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जिशान कुरैशी जनपद क्षेत्र क्र. 4 से जीते हैं। बीजापुर में पहले चरण के 2 जिला पंचायत सदस्यों के लिए चुनाव हुआ। यहां दोनों सीटों पर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी रीना रावतिया और शंकर कुड़यामी काफी आगे चल रहे थे। सुकमा में भी कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी काफी आगे है। बस्तर की भी दोनों सीटों पर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी आगे हैं। इसके अलावा 60 फीसदी पंचायतों में कांग्रेस समर्थित सरपंच आगे चल रहे है।
कांकेर: वोटिंग 73.54%, वोट डालने में महिलाएं रहीं आगे
जिले के मैदानी इलाके के तीन विकासखंडों के 433 मतदान केंद्रों में मंगलवार को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान हुआ। छुटपुट विवादों को छोड़ तीनों जगह शांतिपूर्ण मतदान हुआ। नगरीय निकाय चुनावों की तरह पंचायत चुनावों में भी महिलाओं ने पुरूषों की अपेक्षा अधिक मतदान किया। तीनों जनपद पंचायत में कुल 224967 मतदाता हैं। इसमें 108868 पुरूष तथा 116099 महिला मतदाता हैं। इनमें 80295 पुरूष मतदाताओं जबकि 87592 महिलाओं ने मतदान किया। कुल 75.33 प्रतिशत महिलाओं ने तथा 71.75 प्रतिशत पुरूषों ने मतदान किया। तीनों जनपद पंचायतों में मतदान करने में महिलाएं आगे रही। चारामा में सर्वाधिक 77, कांकेर में 74 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया। तीनों विकासखंड में कुल 73.54 प्रतिशत मतदान हुआ। 5 निकायों के चुनाव में 18732 महिलाओं और 17629 पुरुषों ने मतदान किया था।
मतदान का समय दोपहर तीन बजे तक था लेकिन कई गांवों में शाम 5 बजे तक मतदान होता रहा। कुल मतदान की बात करें तो तीनों मैदानी विकासखंडो में सबसे अधिक चारामा में 76.49 प्रतिशत मतदान हुआ। कांकेर जनपद पंचायत में कुल 73.06 प्रतिशत तो नरहरपुर में 74.25 प्रतिशत मतदान हुआ। कुछ बड़ी ग्राम पंचायतों में दोपहर बाद तक मतदाताओं की लगी लंबी लाइन के कारण तीन बजे के बाद भी मतदान होता रहा। अन्य ग्राम पंचायतों में तीन बजे मतदान पूर्ण होते ही गिनती शुरू हो गई। जिले में यह पहले चरण का चुनाव था जिसमें विकासखंड कांकेर, नरहरपुर तथा चारामा में मतदान हुआ। जिला पंचायत सदस्य की 6 सीटों तथा तीनों विकासखंडों के जनपद पंचायत के 50 सदस्यों के अलावा 182 ग्राम पंचायतों में पंच-सरपंच चुनने मतदान हुआ। तीनों विकासखंडों के गांवों में सुबह 7 बजे से ही मतदान शुरू हो गया। सुबह 11 बजे तक कांकेर व चारामा में 33 -33 प्रतिशत मदान हुआ जबकि नरहरपुर में सुबह 11 बजे तक 35 प्रतिशत मतदान हुआ था। सुबह 11 बजे के बाद मतदान की गति धीमी पड़ गई। दोपहर बाद फिर से मतदान केंद्रों में लाइन लगने लगी। दोपहर तीन बजे के बाद कतार में खड़े मतदाताओं को टोकन बांटा गया। कुछ पंचायतों में शाम 5 बजे तक मतदान होता रहा।