दुश्मन के पास वह आंख नहीं जो नजर उठाकर देख सके

दुश्मन के पास वह आंख नहीं जो नजर उठाकर देख सके


तालमेल, दक्षता और डिफेंस जिसने भी सैन्यबलों की बहादुरी देखी,सब रोमांच से भर गए। अवसर था सैन्यबल के प्रदर्शन का। कुछ दुश्मन सीमा में घुस आए थे। दुश्मन के सीमा में घुस आने की सूचना मिलते ही सेना ने आपरेशन की योजना बनाई। बहुत ही कम समय में आर्टिलरी ने कवर फायर देना शुरू किया।
इधर हेलीकॉप्टर से कमांडो स्पॉट पर उतरने के लिए तैयार थे। बीएमपी दुश्मन के ठिकाने ढहाने के लिए आगे बढ़ी और चारों तरफ से घुसपैठियों को घेर लिया। बीएमपी असल में रूसी रक्षा प्रणाली है, जिसे इंफेंट्री कॉम्बैट व्हीकल कहते हैं, जो एंफीबियस कैटेगरी का है यानी सतह और पानी दोनों पर चल सकता है।
तेज गति से आते टैंक ने उन्मुक्त क्षमता.का प्रदर्शन करते हुए जल क्षेत्र को पार कर धावा बोल दिया। पलक झपकते ही भारतीय सैन्यबल ने कमांडो कर्रवाई करते हुए घुसपैठियों का सफाया कर दिया। पूरा आपरेशन युद्ध जैसे हालात को दर्शाते हुए हुए। जहां सेना ने आक्रमण के साथ साथ जोखिम की दशा में बचाव की क्षमता का भी प्रदर्शन किया। प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी डिफेंस एक्सपो 2020 का उद्घाटन करने के बाद अहम क्षण.के भी गवाह बने। टैंक, तोप, हेलीकॉप्टर, कमांडो की क्षमता देखी।
इस पूरे आपरेशन के गवाह खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सीडीएस जनरल विपिन रावत, रक्षा सचिव समेत तमाम सैन्य अधिकारी थे।  सैन्यबल का तालमेल और आक्रमण देखकर सबके हाथ तालियां बजाए बगैर नहीं रह सके।
प्रधानमंत्री ने रक्षा प्रदर्शनी का जायजा लिया। रक्षा क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, न्यू इनवेंशन, लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का निरीक्षण किया। उन्होंने वर्चुअल टेक्नोलॉजी को भी देखा। राइफल के पास गए, लक्ष्य पर निशाना लगाया और वर्चुअल सिस्टम पर गोली दाग दी।