सबलगढ़-कैलारस के बीच नैरोगेज की पटरी टूटी, ट्रैक बाधित

सबलगढ़-कैलारस के बीच नैरोगेज की पटरी टूटी, ट्रैक बाधित





मुरैना। मुरैना के सबलगढ़ में नैरोगेज की पटरी बुधवार की सुबह टूट गई। क्षेत्र के युवाओं ने इसकी सूचना नजदीकी रेलवे स्टेशन पर दी। कैलारस व सबलगढ़ स्टेशनों पर ट्रेनें रुकवा दी गईं। सुबह इसी ट्रैक से एक ट्रेन गुजरी थी। इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी कि पटरी ट्रेन के गुजरने के बाद टूटी या पहले। रेलवे कर्मचारियों ने पटरी जोड़ने का काम शुरू किया। इस दौरान दो घंटे तक ट्रैक बंद रहा।


सबलगढ़ शहर के वार्ड 18 स्थित शास्त्री नगर में सुबह 9 बजे घर के बाहर घूम रहे युवाओं शिवकुमार शर्मा, निर्मल मिश्रा आदि ने देखा कि पटरी का लगभग एक फीट से ज्यादा का भाग टूटा था। हादसे की आशंका के चलते तुरंत ही रेलवे प्रबंधन को जानकारी दी। उस समय ट्रेन के आने का समय था।


प्रबंधन ने ग्वालियर से चलकर सबलगढ़ की ओर वाली ट्रेन को कैलारस स्टेशन पर व श्योपुर से आने वाली ट्रेन को सबलगढ़ स्टेशन पर रूकवाया। पटरी से सुबह 6 बजे ही एक ट्रेन गुजरी थी। जबकि टूटी पटरी को सुबह 9 बजे लोगों ने देखा। अंदाजा लगाया जा रहा है कि अगर पटरी पहले से टूटी होती तो निश्चित तौर पर हादसा हो जाता। यह पटरी बाद में ही टूटी है।


रेलवे कर्मचारियों ने जोड़ी पटरी तब गुजरीं ट्रेन


रेलवे कर्मचारियों ने लगभग एक से डेढ़ घंटे में इस टूटे हिस्से को जोड़ा। इसके बाद ही कैलारस व सबलगढ़ स्टेशन पर खड़ी ट्रेनों को आगे बढ़ाया जा सका। ट्रेन अपने निर्धारित समय से दो घंटे देरी से चली। चूंकि दोनों ट्रेनें स्टेशन पर थीं, इसलिए यात्रियों को आगे का सफर तय करने के लिए दूसरे साधनों का उपयोग किया।


कमजोर हो चुकीं हैं पटरियां


नैरोगेज का ट्रैक सिंधिया स्टेट टाइम का है। ऐसे में इनका मेंटनेंस नहीं हो पाता। पटरियों के नीचे न गिट्टी बची है और ना ही मिट्टी बची है। ऐसे में यह नीचे से पूरी तरह से खोखली हो चुकी हैं। जिन पर ज्यादा भार आते ही यह टूट जातीं है। संभवत: सुबह ट्रेन गुजरने के साथ ही यह पटरी टूटी होगी।